प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY): 2028 तक बढ़ाई गई योजना
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) को केंद्र सरकार ने दिसंबर 2028 तक बढ़ा दिया है। इस योजना का उद्देश्य देश के गरीब और वंचित परिवारों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराना है, ताकि उनकी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। यह योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA), 2013 के तहत लागू की गई है और इसे दुनिया की सबसे बड़ी खाद्य सुरक्षा योजनाओं में से एक माना जाता है।
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योजना की मुख्य विशेषताएं:
- लाभार्थी:
- अंत्योदय अन्न योजना (AAY) के तहत प्रत्येक परिवार को हर महीने 35 किलोग्राम खाद्यान्न।
- प्राथमिकता वाले परिवारों (PHH) के प्रत्येक सदस्य को हर महीने 5 किलोग्राम अनाज और 1 किलोग्राम दाल।
- लाभार्थियों की संख्या:
- लगभग 81.35 करोड़ लोग इस योजना का लाभ उठा रहे हैं, जो भारत की 57% आबादी को कवर करता है।
- योजना का विस्तार:
- जनवरी 2024 से दिसंबर 2028 तक पांच वर्षों के लिए योजना का विस्तार किया गया है।
- इस विस्तार पर अनुमानित लागत ₹11.8 लाख करोड़ होगी।
गुजरात में PMGKAY का प्रभाव
गुजरात सरकार ने इस योजना को प्रभावी तरीके से लागू किया है।
- लाभार्थी: राज्य में 76.6 लाख से अधिक परिवारों के 3.72 करोड़ लोगों को मुफ्त खाद्यान्न दिया जा रहा है।
- खाद्यान्न वितरण: साल 2024 में राज्य सरकार ने ₹7,529 करोड़ मूल्य का 21.91 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न बांटने का लक्ष्य रखा है।
- विशेष प्रयास: पोषण युक्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए अरहर दाल और चना वितरण हेतु ₹767 करोड़ आवंटित किए गए हैं।
FAQs:
- PMGKAY के तहत क्या-क्या मिलता है?
अंत्योदय परिवारों को हर महीने 35 किलोग्राम अनाज और प्राथमिकता वाले परिवारों को प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम अनाज व 1 किलोग्राम दाल मुफ्त दी जाती है। - PMGKAY कब तक लागू रहेगी?
यह योजना अब दिसंबर 2028 तक लागू रहेगी। - क्या PMGKAY केवल गरीब परिवारों के लिए है?
हां, यह योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत अंत्योदय और प्राथमिकता वाले परिवारों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई गई है।