जीएसटी दरों में कटौती: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में घोषणा की है कि जीएसटी दरों को और कम करने की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि राजस्व तटस्थ दर (RNR) जीएसटी लागू होने के समय 15.8% से घटकर 2023 में 11.4% हो गई है और यह आगे भी कम हो सकती है.
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जीएसटी दरों में कटौती का महत्व:
- रोजमर्रा की चीजों की कीमतें कम होंगी: जीएसटी दरों में कटौती से आम लोगों को रोजमर्रा की चीजों की कीमतों में कमी का लाभ मिलेगा.
- कारोबारियों के लिए आसान टैक्स प्रक्रिया: जीएसटी स्लैब को सरल बनाने से कारोबारियों के लिए टैक्स प्रक्रिया आसान होगी और उनका खर्च कम होगा.
- अर्थव्यवस्था को मजबूती: जीएसटी स्लैब की संख्या घटाने और दरों को तर्कसंगत बनाने से अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.
जीएसटी काउंसिल की भूमिका:
- ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GoM): जीएसटी काउंसिल ने 2021 में एक GoM का गठन किया था, जिसमें 6 राज्यों के वित्त मंत्री शामिल हैं। यह समूह टैक्स स्लैब और दरों को बेहतर करने के सुझाव दे रहा है.
- अंतिम निर्णय: जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक में इस पर अंतिम फैसला लिया जा सकता है.
FAQs:
- जीएसटी दरें कब तक कम हो सकती हैं?
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि जीएसटी दरों को और कम करने की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है और यह आगे भी कम हो सकती है.
- जीएसटी दरों में कटौती का आम लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
- जीएसटी दरों में कटौती से रोजमर्रा की चीजों की कीमतें कम होंगी, जिससे आम लोगों को लाभ होगा.
- क्या जीएसटी स्लैब की संख्या भी कम होगी?
- हां, जीएसटी स्लैब की संख्या को घटाने की योजना है, जिससे टैक्स प्रक्रिया सरल होगी.