भारतीय शेयर बाजार: अस्थिरता के बीच SIP निवेश का महत्व
भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद, विशेषज्ञों का सुझाव है कि SIP (Systematic Investment Plan) में निवेश जारी रखना लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने का एक समझदारी भरा कदम है। SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने SIP को छोटे निवेशकों के लिए आदर्श विकल्प बताया है। SIP निवेशकों को नियमित छोटे योगदान के माध्यम से बड़े पोर्टफोलियो बनाने में मदद करता है।
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SEBI द्वारा ₹250 SIP की पहल
SEBI ने हाल ही में ₹250 मासिक SIP लॉन्च किया है, जो म्यूचुअल फंड निवेश को अधिक सुलभ और व्यापक बनाने का उद्देश्य रखता है। यह योजना SBI YONO ऐप, Paytm और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है।
- उद्देश्य: वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना और छोटे निवेशकों को म्यूचुअल फंड में भाग लेने का अवसर देना।
- लाभ: छोटे निवेशकों के लिए कम लागत पर नियमित निवेश का विकल्प।
केनरा रोबेको इक्विटी हाइब्रिड फंड: सफलता की कहानी
- शुरुआत: 1 फरवरी 1993
- AUM (31 दिसंबर 2024 तक): ₹10,747.36 करोड़
- रिटर्न:
- 1 वर्ष: 15.23%
- 3 वर्ष: 11.91%
- 5 वर्ष: 15.53%
यदि किसी निवेशक ने इस फंड में शुरुआत से ₹10,000 मासिक SIP किया होता, तो उसका पोर्टफोलियो आज ₹5.8 करोड़ हो गया होता। वहीं, एकमुश्त ₹10,000 निवेश आज ₹3.46 लाख होता।
SIP बनाम एकमुश्त निवेश
SIP नियमित रूप से छोटी राशि निवेश करने का विकल्प देता है, जो बाजार की अस्थिरता को कम करता है और लंबे समय में बेहतर रिटर्न प्रदान करता है।
FAQs:
- क्या SIP अस्थिर बाजार में सुरक्षित है?
हां, SIP अस्थिरता के जोखिम को कम करता है और लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न देता है। - SEBI का ₹250 SIP किसके लिए उपयुक्त है?
यह छोटे निवेशकों और नए म्यूचुअल फंड प्रतिभागियों के लिए आदर्श है। - SIP क्यों बेहतर है?
नियमित निवेश से बाजार की अस्थिरता का प्रभाव कम होता है और कंपाउंडिंग के माध्यम से अधिक लाभ मिलता है।