देश के हर कोने में बिना तार का इंटरनेट: सर्विस कब शुरू?

भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस: एक नए युग की शुरुआत

भारत में जल्द ही सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू होने जा रही है, जो देश के दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी को क्रांतिकारी बनाने वाली है। यह सर्विस बिना तार के सुपरफास्ट इंटरनेट प्रदान करेगी, जिससे उन क्षेत्रों में भी इंटरनेट पहुंचाया जा सकेगा जहां केबल या मोबाइल टावर की सुविधा नहीं है। Starlink, Jio, और OneWeb जैसी कंपनियां इस परियोजना में शामिल हैं।

क्या है सैटेलाइट इंटरनेट?
सैटेलाइट इंटरनेट एक वायरलेस कनेक्शन है जो सैटेलाइट की मदद से जमीन पर स्थापित डिश तक पहुंचाया जाता है और फिर मॉडेम की मदद से इंटरनेट मिलता है। यह उन क्षेत्रों में भी इंटरनेट पहुंचा सकता है जहां पारंपरिक नेटवर्क नहीं हैं।

भारत में लॉन्च की तैयारी
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) सैटेलाइट कम्युनिकेशन के लिए प्राइसिंग और उपयोग पर सिफारिशें तैयार कर रहा है। जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होगी, स्पेक्ट्रम एलोकेशन की जाएगी और सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू हो जाएगी।

FAQs:

  1. सैटेलाइट इंटरनेट कैसे काम करता है?
    • सैटेलाइट इंटरनेट सैटेलाइट की मदद से जमीन पर स्थापित डिश तक सिग्नल पहुंचाता है, जो फिर मॉडेम के माध्यम से इंटरनेट प्रदान करता है।
  2. सैटेलाइट इंटरनेट के फायदे क्या हैं?
    • इसका मुख्य फायदा यह है कि यह उन क्षेत्रों में भी इंटरनेट पहुंचा सकता है जहां पारंपरिक नेटवर्क नहीं है, जैसे दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्र या समुद्री क्षेत्र।
  3. सैटेलाइट इंटरनेट की कीमत कितनी होगी?
    • सैटेलाइट इंटरनेट की कीमत अन्य पारंपरिक इंटरनेट सेवाओं की तुलना में अधिक हो सकती है, क्योंकि इसमें सैटेलाइट और उपकरणों की लागत शामिल होती है। भूटान में इसकी कीमत लगभग 3,100 रुपये से शुरू होती है।
See also  Gold Loan पर RBI की सख्ती, जानें नए नियम!

Leave a Comment