पश्चिमी विक्षोभ का असर: बारिश और बर्फबारी का अलर्ट
भारत में गर्मी का मौसम शुरू हो गया है, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) की वजह से पहाड़ी राज्यों में पिछले 13 दिनों से लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है। इससे मैदानी इलाकों में सर्द हवाएं चल रही हैं और तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 9 मार्च की रात से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके चलते 10 से 12 मार्च के बीच पहाड़ी राज्यों में फिर से बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
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वर्तमान मौसम स्थिति
- पहाड़ी राज्यों (जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख):
बारिश और बर्फबारी जारी है। हिमाचल प्रदेश में 500 से अधिक सड़कें और ट्रांसफार्मर ठप हैं। - मैदानी राज्य (दिल्ली-NCR, पंजाब, हरियाणा):
सर्द हवाओं के कारण ठंडक बनी हुई है।
आगामी पूर्वानुमान
- 9 मार्च:
एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। - 10-12 मार्च:
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना। - 8 मार्च:
बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में आंधी-तूफान और बिजली गिरने की संभावना। - अरुणाचल प्रदेश और असम:
हल्की बारिश और बर्फबारी जारी रहेगी।
तापमान पर प्रभाव
- उत्तर भारत में तापमान सामान्य से कम बना हुआ है।
- दक्षिण भारत (महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा) में गर्मी बढ़ रही है, जहां तापमान 35°C से 40°C तक पहुंच गया है।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन के रूप में सक्रिय होता है। यह अरब सागर से नमी खींचकर पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी लाता है। इसके अलावा, यह मैदानी इलाकों में सर्द हवाएं चलाने का कारण बनता है।
FAQs
1. पश्चिमी विक्षोभ क्या है?
पश्चिमी विक्षोभ एक मौसमी प्रणाली है जो भूमध्यसागर से नमी लेकर भारत के उत्तरी भागों में बारिश और बर्फबारी का कारण बनती है।
2. क्या मैदानी इलाकों में भी इसका असर होगा?
हाँ, पश्चिमी विक्षोभ के कारण मैदानी इलाकों (जैसे दिल्ली-NCR, पंजाब) में सर्द हवाएं चलेंगी और हल्की बारिश हो सकती है।
3. क्या इस दौरान तापमान सामान्य रहेगा?
नहीं, पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान गिर सकता है जबकि दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में गर्मी बढ़ने की संभावना है।